आप हो तो दुनिया कि सारी खुशियां अपनी होती है, आप हो तो दुनिया कि सारी खुशियां अपनी होती है,
है पितृ पक्ष करना पिंडदान गोलोकवासी! है पितृ पक्ष करना पिंडदान गोलोकवासी!
बनी रहे नर के मन में नारियों के लिए श्रद्धाभक्ति ! बनी रहे नर के मन में नारियों के लिए श्रद्धाभक्ति !
सोचा था इस तरह मुक्त हो जाऊँगा मैं पितृ ऋण से किया वही जो कर रहे सदियों से नहीं भिन्न सोचा था इस तरह मुक्त हो जाऊँगा मैं पितृ ऋण से किया वही जो कर रहे सदियों से नहीं...
रूप उसका एक ,नाम बस अनेक कभी ऐश्वर्या , कभी धान्यलक्ष्मी! रूप उसका एक ,नाम बस अनेक कभी ऐश्वर्या , कभी धान्यलक्ष्मी!
छल कपट सीखी नहीं धर्म निभाती आयी हूँ। पर तुम सोचते हो तुम्हारी जागीर हूँ। छल कपट सीखी नहीं धर्म निभाती आयी हूँ। पर तुम सोचते हो तुम्हारी जागीर हूँ।